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क्या सच में ग्रह दशा बदल सकती है आपकी किस्मत? जानिए ज्योतिष शास्त्र की रहस्यमयी दुनिया

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क्या सच में ग्रह दशा बदल सकती है आपकी किस्मत? जानिए ज्योतिष शास्त्र की रहस्यमयी दुनिया

ज्योतिष शास्त्र भारत की प्राचीन विद्या है, जो मानती है कि हमारे जीवन में घटने वाली घटनाएं ग्रहों और नक्षत्रों की चाल पर निर्भर करती हैं। विशेष रूप से ग्रह दशा (Planetary Period) और गोचर (Transit) हमारे जीवन की दिशा और दशा को गहराई से प्रभावित करते हैं।


ग्रह दशा क्या होती है?

जब कोई ग्रह किसी विशेष समय अवधि में हमारे जीवन पर शासन करता है, तो उसे उस ग्रह की “दशा” कहते हैं। यह दशा वर्ष, महीनों और दिनों तक चल सकती है।

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उदाहरण के लिए:

  • शनि दशा: जीवन में कठिन परिश्रम और परीक्षा का समय।

  • गुरु दशा: ज्ञान, उन्नति और शुभ कार्यों का समय।

  • राहु दशा: भ्रम, अचानक लाभ या हानि का समय।


दशा का निर्धारण कैसे होता है?

जन्म कुंडली में नक्षत्र और ग्रहों की स्थिति के आधार पर तय होता है कि कौन-सा ग्रह कब और कितने समय के लिए दशा में आएगा। इसे विंशोत्तरी दशा प्रणाली से आंका जाता है।


किस्मत और ग्रह दशा का संबंध

क्या वाकई ग्रह दशा किस्मत बदल सकती है?

इसका उत्तर है – हां, लेकिन संपूर्ण रूप से नहीं। ग्रह दशाएं हमारे जीवन में अवसर और चुनौतियों को उत्पन्न करती हैं, लेकिन हमारी सोच, कर्म और निर्णय भी उतने ही महत्वपूर्ण होते हैं।

उदाहरण:

  • शनि की दशा में कोई व्यक्ति अगर संयम रखे, मेहनत करे और ईमानदारी से काम करे, तो शनि उसे बहुत ऊंचाई तक ले जा सकता है।

  • वहीं, गुरु दशा में अगर व्यक्ति अहंकारी बन जाए तो वह अवसर को खो भी सकता है।

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राहु-केतु की दशा और प्रभाव

राहु और केतु को छाया ग्रह माना गया है। इनकी दशाएं आमतौर पर मानसिक भ्रम, अचानक परिवर्तन, विदेश यात्रा या अप्रत्याशित घटनाओं से जुड़ी होती हैं। लेकिन अगर कुंडली में शुभ स्थिति में हों, तो ये आपकी तरक्की में सहायक भी बन सकते हैं।


ग्रह दशा के निवारण (उपाय)

अगर ग्रह दशा अशुभ हो, तो ज्योतिषाचार्य की सलाह अनुसार कुछ साधारण उपाय किए जा सकते हैं:

  • मंत्र जाप (जैसे “ॐ शं शनैश्चराय नमः”)

  • दान-पुण्य (काले तिल, लोहे का दान, गुरुवार को पीली चीजें)

  • रत्न धारण (जैसे नीलम, पुखराज आदि, लेकिन विशेषज्ञ से सलाह के बाद)

  • व्रत और पूजा (विशेष ग्रहों की शांति के लिए)


निष्कर्ष:

ग्रह दशाएं हमारे जीवन को प्रभावित जरूर करती हैं, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारी मेहनत, सोच और सकारात्मक दृष्टिकोण ही असली चाबी है सफलता की। ज्योतिष हमें मार्गदर्शन देता है, लेकिन निर्णय हमारा होता है।

अगर आप भी अपनी दशा के बारे में जानना चाहते हैं, तो अपनी कुंडली का विश्लेषण किसी अनुभवी ज्योतिषाचार्य से जरूर करवाएं।

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